Motivational story in hindi love story with motivational story 2020
किसने बड़ी कमाल की बात कही है कि जिंदगी के किताब पर नया कवर चढ़ाई है लेकिन उससे पहले बिखरे हुए पन्नों को जरा प्यार से चिपकाए ।
आज मैं आपको जो स्टोरी बताने जा रहा हूं यह एक सच्ची घटना पर आधारित है । उम्मीद करता हूं यह motivational story आपको जरूर पसंद आएगी ।
यह कहानी है उड़ीसा में रहने वाले प्रद्युम नाम के लड़के की , यह लड़का जहां रहता था वहां के लोग इसके परिवार को Untouchable मानते थे । लेकिन इसके परिवार ने थोड़ा पैसा इकट्ठा किया और लड़के को पढ़ाई करने के लिए दिल्ली भेज दिया । दिल्ली आकर प्रद्युम ने कॉलेज ऑफ आर्ट्स में एडमिशन लिया वहां रहकर यह लड़का Portrait बनाने लगा । और इसके Portrait ने कमाल करना शुरू किया । पूरी दुनिया में इसकी Portrait को popularity मिली यहां तक कि लंदन में रहने वाली स्वीडन की 19 साल की लड़की शॅडलॅट को Portrait बड़ी पसंद आयी और उसने सोचा कि वो इस आर्टिस्ट से मिलना चाहती है वो मिलने के लिए खुद की Portrait बनवाने के लिए हिंदुस्तान चली आयी ।
यहां आकर उसने प्रद्युम से मुलाकात की और बताया कि , वह अपनी Portrait बनवाना चाहती है । पहली नजर में ही प्रद्युम को इस सुंदर लड़की से क्योंकि इसने इतनी सुंदर लड़की कभी देखी नहीं थी प्यार हो गया ।
इसने जी जान लगा दी और बड़ी मेहनत के साथ best performance देकर शॅडलॅट कि Portrait बनाई जब शॅडलॅट ने अपनी Portrait देखी तो ,
उसे भी प्रद्युम से प्यार हो गया । दोनों की Love story आगे बढ़ी शॅडलॅट ने अपना नाम इंडियन नाम रख लिया चारुलता और दोनों ने शादी कर ली indian ritual से उसके बाद वक्त आया जुदाई का , शॅडलॅट को वापस स्वीडन जाना था । शॅडलॅट स्वीडन चली गई लेकिन , जाने से पहले यह कह कर गई कि तुम्हें मेरे पास में आना है अपनी पढ़ाई पूरी करके । प्रद्युम ने प्रॉमिस किया कि , वह अपनी पढ़ाई पूरी करके उसके पास जरूर आएगा स्वीडन आएगा । स्वीडन पहुंचने के बाद Love letter एक्सचेंज होने शुरू हो गए । शॅडलॅट वहां से लव लेटर भेजती यहां से प्रद्युम Love letter भेजता । एक दिन शॅडलॅट ने लिखा कि ,
मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है मैं तुम्हारे लिए Air Tickets भेज रही हूं तुम Air Tickets ले लो और यहां मेरे पास आ जाओ लेकिन , इधर से जवाब देते हुए प्रद्युम ने लिखा कि , मैं तुम्हारे पास आऊंगा लेकिन अपने खर्चे पर आऊंगा । तुम Air Tickets मत भेजना
उस दौर में Air Tickets पाना इतना पैसा इकट्ठा करना बहुत बड़ी बात होती थी प्रद्युम ने बहुत मेहनत करी जी जान लगा दी लेकिन उतना पैसा इकट्ठा नहीं कर पाया जितना एक Air Tickets के लिए चाहिए था । प्रद्युम को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें तो उसने दूसरा प्लान बनाया । उसके पास जितना सारा सामान था सब बेच दिया । जो पेंटिंग्स थी ब्रश से थे सबको बेचकर के एक पुरानी साइकिल खरीद ली और साइकिल पर सवार होकर के 8 देशों की यात्रा करके 4 महीने 3 हफ्ते का वक्त लगा साइकिल बीच-बीच में टूटी खाने के लिए कुछ भी नहीं था । यह बंदा अपनी पत्नी से अपने प्यार से मिलने के लिए स्वीडन पहुंच गया ।
स्वीडन में जब Ingresen ऑफिसर थे वह चौक गए कि , कैसे एक बंदा हिंदुस्तान से साइकिल चला करके यह पहुंच सकता है । बात उन दिनों की है जब कहीं कंट्रीज में Visa की जरूरत नहीं होती थी । वहां यह बात बिल्कुल जंगल में आग की तरह फैल गई शॅडलॅट को मालूम चला और वो मिलने के लिए दौड़ते हुए चली आयी ।
ना सिर्फ शॅडलॅट ने Except किया बल्कि उनके परिवार ने भी Except किया । इन दोनों की शादी को 40 से ज्यादा साल हो गए दो बच्चे हैं और अब जब भी प्रद्युम हिंदुस्तान आते हैं उड़ीसा में उस गांव में जाते हैं जहां , के रहने वाले हैं जहां इनको Untouchable माना जाता था , ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया जाता है ।
उम्मीद है आपको ये मोटिवेशन स्टोरी अच्छी लगी । अगर आपका कोई सुझाव है तो निचे comment करें । मैं मिलूंगा किसी नए topic पर तब तक के लिए
प्यार करो इतना दुनिया करना चाहे आपके जितना ।
Thanks for watching .
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